अल्मोड़ा ::- माहवारी यानी पीरियड्स एक प्राकृतिक प्रक्रिया है। पीरियड में दर्द होना आम बात है। भारत में इसे लेकर खुलकर बात भी नहीं होती, ऐसे में पीरियड्स के दौरान महिलाओं की छुट्टी को लेकर मुद्दा आजकल गरमाया हुआ है दुनिया में कई ऐसे देश हैं, जहां पीरियड के दौरान महिलाओं के लिए अतिरिक्त छुट्टी का प्रावधान है। हाल ही में स्पेन पहला ऐसा यूरोपीय देश बन गया है जहां महिलाओं को पीरियड्स लीव दी जाएगी।
माहवारी पर जागरूकता फैलाने व महिलाओं को निशुल्क पैड्स उपलब्ध करा रही SOCCH संस्था के सचिव मयंक ने इस निर्णय का स्वागत किया है।
मयंक ने कहा कि उनकी संस्था काफी समय से माहवारी को लेकर काम कर रही है इस दौरान उन्हें कई महिलाओं के माहवारी से जुड़े अनुभवों को जानने का मौका मिलता है। ऐसे में कई महिलाएं ऐसी होती है जो गम्भीर शारीरिक दर्द के साथ मानसिक उत्पीड़न से गुजरती है। इस दौरान उन्हे कई भेदभाव का सामना करना पड़ता है इसलिए स्पेन ने पीरियड्स लीव जैसा बेहतरीन निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि विश्व भर के साथ भारत में भी इस नियम को प्रमुखता से लागू किया जाना चाहिए।
मयंक ने बताया कि इंडोनेशिया, स्पेन, जापान, दक्षिण कोरिया, यूके, वेल्स, चीन, ताइवान, और जांबिया में माहवारी यानी पीरियड्स के दौरान महिलाओं के लिए बाकायदा अतिरिक्त छुट्टी का प्रावधान है। खास बात यह है कि इस छुट्टी के लिए महिलाओं के वेतन में कटौती भी नहीं की जाती है। रूस और आस्ट्रेलिया में भी जल्द यह नियम लागू हो सकता है। साथ ही उन्होंने बताया कि भारत की कुछ कंपनियों में पीरियड के दौरान 2 दिन की छुट्टी का प्रावधान है। इसमें ऑनलाइन खाना डिलीवरी करने वाली कंपनी जोमैटो (Zomoto), इविपनन, बायजू (Byju), स्विगी (Swiggy), मातृभूमि (Matrubhumi), मैग्टर (Magzter), इंडस्ट्रीज (Industry), एआरसी (ARC), फ्लाईमाईबिज (FlyMyBiz) और गूजूप शामिल हैं।
बतातें चलें कि भारत में भी पीरियड्स लीव का मुद्दा आजकल गरमाया हुआ है औऱ 24 फरवरी को इस संदर्भ में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई भी होनी है।
मयंक ने कहा पीरियड्स लीव से कई महिलाओं को राहत मिलेगी जो अत्यधिक शारीरिक दर्द के साथ अपने पीरियड्स साइकल में गुजरती है।