Wednesday, June 7, 2023
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नैनीताल : कुमाऊं विश्वविद्यालय के जियोलॉजी विभाग द्वारा आयोजित की जा रही है “जियोहज़ार्ड रिस्क असेसमेंट एंड सस्टेनेबल डेवलपमेंट ऑफ़ उत्तराखंड हिमालय” विषय पर संगोष्ठी

नैनीताल ::- भारत द्वारा जी-20 देशों की अध्यक्षता के ऐतिहासिक अवसर पर कुमाऊँ विश्वविद्यालय द्वारा 29 मार्च को “जियोहज़ार्ड रिस्क असेसमेंट एंड सस्टेनेबल डेवलपमेंट ऑफ़ उत्तराखंड हिमालय” विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया जा रहा है। संगोष्ठी का शुभारम्भ मुख्य अतिथि के रूप में राज्यपाल एवं कुलाधिपति लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह द्वारा किया जायेगा। संगोष्ठी की अध्यक्षता कुलपति प्रो. एनके जोशी द्वारा की जायेगी। इसमें प्राध्यापकों, विद्यार्थियों के साथ-साथ देश के वरिष्ठ भूवैज्ञानिक, मूर्धन्य शिक्षाविद एवं शोधार्थी प्रतिभाग कर रहे हैं।

ज्ञात हो कि राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह द्वारा रिवर्स पलायन,आपदा प्रबंधन, पर्यटन, जैविक कृषि और बागवानी को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए कार्य किया जा रहा है। राज्यपाल द्वारा चमोली जनपद के जोशीमठ में भू-धंसाव की समस्या के समाधान के लिए उठाए गए तात्कालिक एवं दीर्घकालिक कदमों की जानकारी लेते हुए राहत एवं बचाव कार्यों, प्रभावितों की सुरक्षा व पुनर्वास हेतु दिशानिर्देश प्रदान किये गए थे। उनके द्वारा चार धाम यात्रा की तैयारियों के संबंध में भी शासन के उच्चाधिकारियों के साथ की बैठक कर यात्रा के दौरान आपदा प्रबंधन की मशीनरी को तैयार रखने के निर्देश दिए गए थे।

राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह द्वारा आपदा प्रबंधन के मोर्चे पर चुनौतियों को लेकर एवं आपदा प्रबंधन के नए वैज्ञानिक तरीकों पर कार्य करने हेतु कुमाऊं विश्वविद्यालय को निर्देशित किया गया है। उनका मानना है कि उत्तराखंड के दुर्गम पर्वतीय भाग प्राकृतिक आपदा से भी प्रभावित रहते हैं। इसके लिए उच्च शिक्षण संस्थानों को भी आपदा प्रबंधन तंत्र के मजबूत एवं प्रभावी तरीकों पर कार्य करना चाहिए। राज्यपाल के दिशानिर्देशों के क्रम में कुमाऊँ विश्वविद्यालय द्वारा “जियोहज़ार्ड रिस्क असेसमेंट एंड सस्टेनेबल डेवलपमेंट ऑफ़ उत्तराखंड हिमालय” विषय पर एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन किया जा रहा है।

संगोष्ठी के अध्यक्ष प्रो० एन०के० जोशी ने बताया कि संगोष्ठी में सुभाष चन्द्र बोस राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन पुरस्कार एवं राष्ट्रीय भू-वैज्ञानिक सम्मान से सम्मानित डॉ० पीयूष रौतेला के साथ ही देश के वरिष्ठ भू-वैज्ञानिक डॉ० अशोक सिंह, प्रो. सीसी पंत, डॉ.बीएस कोटलिया, डॉ.आनंद शर्मा, डॉ.एके पांडेय, डॉ. टीआर मरथा, प्रो.एसएन आदि प्रतिभाग कर रहे हैं।

संगोष्ठी का आयोजन कुविवि के जियोलॉजी विभाग द्वारा किया जा रहा है एवम इसके संयोजक जियोलॉजी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. प्रदीप गोस्वामी है।

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