नई दिल्ली। मणिपुर हिंसा में अबतक 54 लोगों की मरने की खबर सामने आई है। हांलाकि अब यहां हालात धीरे-धीरे सुधर रहे हैं, लेकिन कहीं न कहीं तनाव अब भी बरकरार है। बता दें कि मणिपुर के कई जिलों में जनजातीय समूहों द्वारा रैलियां निकाली गई जिसके बाद मणिपुर में कई जगहों पर हिंसा देखने को मिली। वहां दुकानें और बाजार फिर से खुल गए और सड़कों पर गाड़ियों ने दौड़ना शुरू कर दिया है। हिंसा से प्रशासन सख्त हो गया था। वहां हालात को काबू करने के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। सभी प्रमुख क्षेत्रों और सड़कों पर सेना की अधिक टुकड़ियों और रैपिड एक्शन फोर्स और केंद्रीय पुलिस बलों को भेजकर सुरक्षा उपस्थिति को मजबूत किया गया था। इंफाल शहर और अन्य जगहों पर सुबह ज्यादातर दुकानें और बाजार खुले और लोगों ने सब्जियां और अन्य आवश्यक वस्तुएं खरीदीं। हालांकि वहां बड़ी संख्या में सुरक्षा बल तैनात रहे। मणिपुर हिंसा में मारे गए 54 मृतकों में से 16 शव चुराचंदपुर जिला अस्पताल के मुर्दाघर में रखे गए हैं, जबकि 15 शव इम्फाल पूर्वी जिले के जवाहरलाल नेहरू आयुर्विज्ञान संस्थान में हैं।