भारत सरकार द्वारा जुलाई 2020 में नई शिक्षा नीति (NEP-2020) जारी की गई थी। विभिन्न उच्च शिक्षा संस्थानों द्वारा इसके प्रभावी कार्यान्वयन के लिए विभिन्न प्रयास किए जा रहे हैं। चूंकि शिक्षकों को एनईपी-2020 के सुचारू कार्यान्वयन के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभानी है, इसलिए विश्वविद्यालयों और कॉलेजों के लगभग 15 लाख शिक्षकों को एनईपी-2020 के विभिन्न पहलुओं पर उन्मुख होने की आवश्यकता है। शिक्षा मंत्रालय ने यूजीसी और इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) को एनईपी-2020 के कार्यान्वयन पर उच्च शिक्षा शिक्षकों को उन्मुख करने की जिम्मेदारी सौंपी है।
इग्नू क्षेत्रीय केंद्र देहरादून के वरिष्ठ क्षेत्रीय निदेशक डॉ. अनिल कुमार डिमरी ने बताया कि यूजीसी के निर्देशानुसार इग्नू ने 36 घंटे (6 दिन) का एक राष्ट्रव्यापी व्यावसायिक विकास कार्यक्रम (Professional Development Programme) (एनईपी-पीडीपी) विकसित किया है, जो यूजीसी-एचआरडीसी (UGC-HRDC) के अल्पकालिक फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम (एफडीपी) के समकक्ष है। इसे अधिकतम 9 दिनों में पूरा किया जा सकता है। एनईपी-पीडीपी के लिए पंजीकरण इग्नू क्षेत्रीय केंद्रों द्वारा संबंधित राज्यों में ऑनलाइन समर्थ प्लेटफॉर्म पर हो रहा है । कार्यक्रम का संचालन इग्नू-मुख्यालय की देखरेख में ‘स्वयं’ (SWAYAM) ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर हो रहा है । उन्होंने बताया कि उत्तराखंड राज्य में शिक्षकों ने बड़ी संख्या में इस कार्यक्रम को पूर्ण कर लिया है एवं जिन्होंने अभी तक इस कार्यक्रम में रजिस्ट्रेशन नहीं किया है वे रजिस्ट्रेशन करके कार्यक्रम को शीघ्र पूर्ण कर सकते हैं। अब तक उत्तराखण्ड के 1200 से अधिक शिक्षक इस कार्यक्रम में पंजीकरण करा चुके हैं एवं उनमे से अधिकांश शिक्षक इस कार्यक्रम को पूरा भी कर चुके हैं।
इग्नू क्षेत्रीय केंद्र देहरादून के उप निदेशक डॉ. रंजन कुमार ने बताया कि विश्वविद्यालय, संबद्ध कॉलेज और निजी कॉलेज में पढ़ाने वाले उच्च शिक्षा के शिक्षक इस कार्यक्रम के लिए अपना नामांकन करा सकते हैं। इस पीडीपी कार्यक्रम का कोई शुल्क नहीं है। कार्यक्रम विभिन्न बैचों के माध्यम से आयोजित किया जा रहा है (जैसा कि समर्थ पंजीकरण पोर्टल में निर्दिष्ट है) और एक शिक्षक समर्थ प्लेटफॉर्म पर किसी भी उपयुक्त बैच के लिए पंजीकरण कर सकता है।
एनईपी-पीडीपी में निम्नलिखित घटक शामिल हैं:
• ई-सामग्री: एनईपी-2020 के महत्वपूर्ण विषयों पर 14 इकाइयां (अंग्रेजी और हिंदी में)।
• ई-ट्यूटोरियल: प्रख्यात विद्वानों द्वारा 30 उच्च गुणवत्ता वाले वीडियो पाठ।
• चर्चा मंच: ‘स्वयं’ ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर ।
• लाइव कॉन्फ्रेंसिंग: स्वयं प्रभा टीवी चैनल-20 के माध्यम से, इंटरैक्टिव चैट सुविधा के साथ।
• आकलन: ‘स्वयं’ ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर फॉर्मेटिव ऑनलाइन टेस्ट (30%) और सम्मेटिव ऑनलाइन टेस्ट (70%) के आधार पर ।
• प्रमाणन: 50% स्कोर के साथ सफलतापूर्वक पूर्ण होने पर स्वचालित डिजिटल प्रमाणन।
इग्नू क्षेत्रीय केंद्र देहरादून के सहायक क्षेत्रीय निदेशक डॉ जगदंबा प्रसाद ने बताया कि एनईपी-पीडीपी के वीडियो यूट्यूब पर भी उपलब्ध होंगे और ज्ञान दर्शन टीवी पर प्रसारित किए जाएंगे, और सभी संसाधन ई-ज्ञानकोश पर उपलब्ध होंगे। एनईपी-पीडीपी के लिए राष्ट्रव्यापी पंजीकरण चल रहा है। एनईपी-पीडीपी में पंजीकरण के लिए शिक्षकों को समर्थ पोर्टल पर कॉलेज द्वारा जारी अपना आईडी कार्ड, फोटो और हस्ताक्षर की स्कैन कॉपी अपलोड करनी होगी। उत्तराखंड में कार्यरत शिक्षकों को इस पीडीपी के लिए नामांकन करते समय “देहरादून क्षेत्रीय केंद्र” का चयन करने की सलाह दी जाती है। इग्नू क्षेत्रीय केंद्र देहरादून की वेबसाइट पर एक फ्लायर और प्रोग्राम ब्रोशर उपलब्ध है।
उत्तराखंड में कार्यरत सभी उच्च शिक्षा के शिक्षकों (विश्वविद्यालयों, कॉलेजों और संबद्ध कॉलेजों में तैनात) से अनुरोध है कि वे जल्द से जल्द वे इस ऑनलाइन कार्यक्रम में पंजीकरण करें। उन्हें यह भी सूचित किया जा रहा है कि वे इस संबंध में किसी भी प्रकार की जानकारी के लिए इग्नू क्षेत्रीय केंद्र देहरादून की वेबसाइट (www.rcdehradun.ignou.ac.in) पर उपलब्ध संपर्क के साधनों द्वारा इग्नू क्षेत्रीय केंद्र देहरादून या अपने समीपवर्ती इग्नू अध्ययन केंद्रों से संपर्क करें ।
शिक्षक निम्न लिंक के माध्यम से रजिस्ट्रेशन के लिए आवेदन कर सकते हैं –
https://ignou-nep-pdp.samarth.ac.in/
प्रो. ललित तिवारी
इग्नू, केंद्र डीएसबी परिसर नैनीताल देहरादून।
इग्नू द्वारा चलाया जा रहा है यूनिवर्सिटी और कॉलेज टीचर्स के लिए एनईपी-2020 पर पीडीपी!अब तक उत्तराखण्ड के 1200 से अधिक शिक्षक इस कार्यक्रम से जुड़े
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