नैनीताल::- राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा “राष्ट्रीय फ्लोरेंस नाइटिंगेल पुरस्कार 2021” से सम्मानित बीडी पांडे अस्पताल में तैनात मेट्रन शशिकला पांडे के आगमन पर शुक्रवार को अस्पताल स्टाफ द्वारा उनका जोरदार स्वागत किया गया।
नैनीताल स्थित बीडी पांडे जिला चिकित्सालय में लम्बे समय से नर्स के रूप में तैनात मेट्रन शशिकला पांडे को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने “राष्ट्रीय फ्लोरेंस नाइटिंगेल पुरस्कार 2021” से सम्मानित किया गया हैं।
मेट्रन शशिकला को यह सम्मान उनके मरीजों के प्रति समर्पण और निस्वार्थ सेवा के लिए दिया गया।
बता दें की शशिकला पांडे को बीडी पांडे जिला चिकित्सालय में 20 वर्ष से अधिक समय हो गया हैं। इसके साथ ही उन्होंने कोविड जैसे मुश्किल हालातों में भी अपनी सेवाएं दी व कोविड संबंधित गतिविधियों में काम किया। जिसके चलते वह कोरोना योद्धा प्रमाण पत्र से भी सम्मानित हो चुकी हैं। वही उन्होंने एक नेत्रहीन विकलांग व्यक्ति को 26 दिन तक अपनी अनुकरणीय सेवाएं प्रदान की, मरीजों के प्रति इसी समर्पण और सेवा भाव को देखते हुए उन्हें इस सम्मान से सम्मानित किया गया।

शशिकला पांडे ने कहा कि उनको अस्पताल प्रबंधन का पूरा सहयोग मिलता है। जिसके चलते वह मुश्किल हालातों में भी अपनी ड्यूटी सही से कर पाती हैं। उन्होंने बताया की उन्हें राष्ट्रपति मुर्मू द्वारा प्रमाण पत्र, गोल्ड मेडल व ट्रॉफी देकर सम्मानित किया गया। इसके साथ ही इंडियन नर्सिंग काउंसिल द्वारा 50 हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि दी गई। वहीं द ट्रेंड नर्सेज एसोसिएशन ऑफ इंडिया द्वारा ट्रॉफी देकर सम्मानित किया गया। उन्हें कहा की वह यह सम्मान पाकर बेहद खुश हैं। कहा वह अपनी इस उपलब्धि श्रेय माता-पिता ,गुरु, विभाग के अधिकारियों व सहभागियों को देती हैं, जिन्होंने समय समय पर उनका मार्गदर्शन कर साथ दिया।
वहीं उनके इस सम्मान पर अस्पताल के पीएमएस डॉ. एलएमएस रावत ने कहा कि मेट्रन शशिकला को यह मिलना अस्पताल के लिए गौरव की बात हैं।
उन्हें मिले इस सम्मान पर अस्पताल के पीएमएस समेत सभी चिकित्सकों और अस्पताल कर्मचारियों ने उन्हें बधाई दी हैं।
इस दौरान सीएमएस डॉ. वीके पुनेरा, डॉ. आरके वर्मा, डॉ. एमएस दुग्ताल, डॉ. वीके मिश्रा डॉ. मोनिका कांडपाल, डॉ. अनिरुद्ध गंगोला, डॉ. तनूजा पाल, डॉ. कंचन आर्य, डॉ. खर्कवाल, डॉ. प्रियांशु श्रीवास्तव, सिस्टर जानकी, देवकी, किरन, भारतीय, प्रेमा शांति समेत अन्य कर्मचारी मौजूद रहें।