नैनीताल ::- पटवाडांगर संस्थान में 1 जनवरी को “उत्तराखण्ड शासन के कृषि, दुग्ध एवं पशुपालन विभाग के सचिव डॉ.बीवीआरसी पुरुषोत्तम” द्वारा किया गया भ्रमण।
इस दौरान उत्तराखण्ड शासन के कृषि, दुग्ध एवं पशुपालन विभाग के सचिव डॉ. बीवीआरसी पुरुषोत्तम ने उत्तराखण्ड जैव प्रौद्योगिकी परिषद् के पटवाडांगर स्थित बाहरी शोध केन्द्र जैव प्रौद्योगिकी संस्थान, पटवाडांगर (जिला नैनीताल) का भ्रमण किया। इस अवसर पर उत्तराखण्ड जैव प्रौद्योगिकी परिषद् के निदेशक डॉ.संजय कुमार ने सचिव डॉ.बी०वी०आर०सी० पुरुषोत्तम का स्वागत करते हुए संस्थान मे हो रहे शोध, प्रसार एवं विकास कार्यों से अवगत कराया। डॉ.बी०वी०आर०सी० पुरुषोत्तम को संस्थान की टिश्यू कल्चर प्रयोगशाला मे चल रहे शोध कार्य एवं पॉली हाउस व नेट हाउस मे विकसित किये जा रहे सब्जियों की विभिन्न किस्में, मत्स्य तालाब, बगानों में विकसित किये जा रहे कीवी फल व चाय पत्ती के पौधों अवलोकन / निरीक्षण किया। पटवाडांगर संस्थान के वैज्ञानिक एवं प्रभारी डॉ.सुमित पुरोहित ने सचिव डॉ.बी०वी०आर०सी० पुरूषोत्तम को पॉलीहाउस में विकसित किये जा रहे पौधों के बारे में विस्तार से अवगत कराया व कहा कि भविष्य में पटवाडांगर संस्थान में उत्तराखण्ड के किसानों के लिए विभिन्न विषयों पर रोजगारपरक प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किये जाने प्रस्तावित हैं जिससे उत्तराखण्ड के किसान अपनी आय बढ़ा सकें। इसके उपरांत डॉ.बीवीआरसी पुरुषोत्तम ने कार्यालय प्रांगण मे “रुद्राक्ष के पौधे का रोपण किया”।
डॉ. पुरुषोत्तम ने पटवाडांगर संस्थान में हो रहे शोध एवं विकास कार्यों के लिए परिषद् के निदेशक डॉ.संजय कुमार की सराहना की व संतोष जताया।
इस अवसर पर उत्तराखण्ड जैव प्रौद्योगिकी परिषद, हल्दी व जैव प्रौद्योगिकी संस्थान, पटवाडांगर के वैज्ञानिक व कर्मचारी डॉ.कंचन कार्की, डॉ.मणिन्द्र शर्मा, सचिन शर्मा, आरती बिष्ट, हिम्मत सिंह, अजय सिंह, नवीन चन्द्र, प्रीतम सिंह व अन्य कर्मचारी उपस्थित थे।