रुद्रपुर ::- इन्टरार्क कंपनी सिडकुल पन्तनगर में कार्यरत मजदूरों के बच्चें, माताओं ,मजदूरों ,किसानों और आम जनता के साथ में श्रम भवन रुद्रपुर पहुंचे और जोरदार प्रदर्शन किया। इस दौरान आक्रोशित बच्चों का कहना था कि 1 जून 2022 को बच्चों द्वारा कुमाऊँ आयुक्त नैनीताल के कार्यालय के समक्ष बाल सत्याग्रह के तहत जोरदार प्रदर्शन किया था। उस दौरान उन्होंने बच्चों को आश्वासन दिया था कि दो दिन के भीतर इन्टरार्क कंपनी सिडकुल पन्तनगर की तालाबन्दी खुल जायेगी और सभी मजदूरों को 3 माह का पूरा वेतन दे दिया जायेगा। मजदूरों को काम पर बहाल कर दिया जायेगा। यदि कंपनी द्वारा मजदूरों को 3 माह का वेतन न दिया गया तो सहायक श्रमायुक्त द्वारा कंपनी की तत्काल रिकवरी चालान (RC) काटी जायेगी और प्रशासन तत्काल उसकी वसूली कर मजदूरों को 3 माह की पूरी सेलरी दिला देगा। किन्तु बड़े ही दुख की बात है कि सहायक श्रमायुक्त ,रुद्रपुर अभी भी हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं। उनके द्वारा मजदूरों को 3 माह का वेतन दिलाने और कंपनी की तालाबन्दी कराने को कोई भी सार्थक कदम न उठाये गये हैं। जबकि हाईकोर्ट उत्तराखंड के 1 अप्रैल 2022 के आदेश के क्रम में उत्तराखंड शासन द्वारा 30 मई 2022 को कंपनी की तालाबन्दी को गैरकानूनी घोषित कर दिया है। इसके बाद भी सहायक श्रमायुक्त व जिला प्रशासन मौन धारण कर उक्त गैरकानूनी कृत्य को ही बढ़ावा दे रहे हैं। जिस कारण से पिछले 3 महीनों से गेट बंद है और वेतन भी न मिला है। जिससे बच्चों कि स्कूल की फीस भी जमा न कर पा रहें हैं और कॉपी किताब भी न खरीद सकते हैं।
इस दौरान उत्कर्स,महिमा, प्रतिमा दुबे, श्रेया, भूमिका, कुमकुम, अभिनंदन, आयुष, नीलेश, प्रशांत समेत कई बच्चों के साथ ही इन्टरार्क मजदूर संगठन ऊधमसिंह नगर के अध्यक्ष दलजीत सिंह ,महामंत्री सौरभ कुमार ,इन्टरार्क मजदूर संगठन किच्छा के महामंत्री पान और कार्यकारिणी सदस्य लक्ष्मण समेत अन्य लोग मौजूद रहें।