Wednesday, June 7, 2023
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नैनीताल : अधिकारी एवं प्राध्यापक विद्यार्थियों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए मार्गदर्शक की भूमिका का निर्वहन करें – कुलपति प्रो.एनके जोशी

नैनीताल ::- अन्तिम वर्ष,अन्तिम विषम सेमेस्टर के परीक्षा शुल्क के साथ ही लिया जायेगा उपाधि शुल्क

प्रवेश के एक माह के भीतर प्रव्रजन प्रमाण पत्र जमा करेगा होगा अनिवार्य

अन्तिम तिथि के उपरान्त परीक्षा आवेदन पत्र भरने पर देना होगा विलम्ब शुल्क

10 नवंबर को कुमाऊँ विश्वविद्यालय की परीक्षा समिति की बैठक कुलपति प्रो.एनके जोशी की अध्यक्षता में प्रशासनिक भवन में आयोजित की गई है। जिसमें परीक्षा से सम्बंधित विभिन्न प्रकरणों को परीक्षा समिति के सम्मुख रखा गया। नीतिगत, प्रक्रियागत एवं छात्रों के व्यक्तिगत आवेदनपत्रों को देखते हुए परीक्षा समिति के सदस्यों द्वारा सर्वसम्मिति से निर्णय लिए गए।

बैठक में तय किया गया कि विश्वविद्यालय द्वारा अन्तिम वर्ष,अन्तिम विषम सेमेस्टर के परीक्षा शुल्क के साथ ही उपाधि शुल्क भी लिया जायेगा जिससे उत्तीर्ण होने वाले विद्यार्थियों को अंकतालिका के साथ ही उपाधि भी मिल सके। इसी के साथ उर्त्तीण विद्यार्थियों की मुद्रित उपाधियों को उनके द्वारा लिखे गए घर के पते पर डाक द्वारा प्रेषित किया जायेगा जिससे विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय के अनावश्यक चक्कर ना लगाने पड़े।

बैठक में तय किया गया कि अगर किसी स्नातक पाठ्यक्रम में 20 से कम विद्यार्थी एवं परास्नातक पाठ्यक्रम में 15 से कम विद्यार्थी का प्रवेश पंजीकृत होता है तो ऐसे पाठ्यक्रम को अविलम्ब बन्द किया जायेगा। ऐसे कम छात्र संख्या वाले पाठ्यक्रम यदि संस्थान,महाविद्यालय स्तर पर संचालित किये जाते है तो उसके लिए सम्बन्धित महाविद्यालय,संस्थान उत्तरदायी होगे।

बैठक में तय किया गया कि विद्यार्थी प्रवेश के एक माह के भीतर अपना प्रव्रजन प्रमाण पत्र महाविद्यालय,संस्थान में जमा करेगा। साथ ही यह भी तय किया गया कि परीक्षा आवेदन पत्र भरने के लिए विश्वविद्यालय द्वारा निर्धारित अन्तिम तिथि तक समस्त सम्बद्ध परिसर,महाविद्यालय, संस्थान अपने स्तर से विद्यार्थियों को परीक्षा आवेदन पत्र भरवाया जाना सुनिश्चित करेंगे। निर्धारित तिथि के उपरान्त विशेष परिस्थितियों में विलम्ब शुल्क रू. 500/- के साथ 10 दिनों के लिए परीक्षा आवेदन पत्र भरने की अनुमति प्रदान की जायेगी। उक्त के पश्चात विद्यार्थी को किसी भी दशा में परीक्षा आवेदन पत्र भरने एवं परीक्षा में सम्मिलित होने की अनुमति नहीं प्रदान की जाएगी।



बैठक में तय किया गया कि विद्यार्थी द्वारा परीक्षा आवेदन पत्र का प्रिन्ट आउट तीन प्रतियों में लिया जायेगा जिसमें एक प्रति विद्यार्थी की, एक प्रति महाविद्यालय/संस्थान एवं एक प्रति विश्वविद्यालय की होगी। सभी महाविद्यालय/संस्थान द्वारा विद्यार्थी के नोमिनल रोल के साथ परीक्षा आवेदन की प्रति को विश्वविद्यालय प्रेषित किया जायेगा।

इस अवसर पर कुलपति प्रो. एनके जोशी ने कहा कि नई शिक्षा नीति के आधार पर पहली बार कुमाऊं विश्वविद्यालय में स्नातक प्रथम सेमेस्टर की परीक्षाएं आयोजित की जाएगी अतः अधिकारी एवं प्राध्यापक विद्यार्थियों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए मार्गदर्शक की भूमिका का निर्वहन करें। कुलपति प्रो.जोशी द्वारा छात्रों के विभिन्न प्रकरणों के त्वरित निष्पादन के लिए एक चार सदस्यीय समिति का गठन भी किया गया।

परीक्षा समिति की बैठक का सञ्चालन कुलसचिव दिनेश चंद्रा द्वारा किया गया। बैठक में उप परीक्षा नियंत्रक, सहायक परीक्षा नियंत्रक समस्त संकायाध्यक्ष, विभागाध्यक्ष एवं विभिन्न महाविद्यालयों से आये प्राचार्य व परीक्षा प्रभारी उपस्थित रहे।

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