बागेश्वर ::- स्वच्छ भारत मिशन एवं शहरी विकास विभाग के तत्वाधान में प्लास्टिक/ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के लिए मंगलवार को विकास भवन सभागार में जनपद स्तरीय गोष्ठी का आयोजन अध्यक्ष नगरपालिका बागेश्वर सुरेश खेतवाल की अध्यक्षता में किया गया। मास्टर ट्रेनरों द्वारा समय समय पर माननीय न्यायालयों, राष्ट्रीय हरित ट्रिब्यूनल द्वारा दिए गए आदेशों, प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट अधिनियम के प्रावधानों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। इस दौरान प्रतिबंधित सिंगल यूज प्लास्टिक के खतरों के बारे में तथा इसके विकल्प के तौर पर प्रयोग की जा सकने वाले सामग्री समेत अन्य ठोस अपशिष्ट से संबंधित अन्य प्रावधानों एवं उनके प्रबंधन के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।
गोष्ठी में उपस्थित अधिकारियों ने ठोस अपशिष्ट के निस्तारण संबंधी अपने-अपने सुझाव एवं अनुभव भी साझा किए। अध्यक्ष नगरपालिका सुरेश खेतवाल ने कहा कि प्लास्टिक एवं ठोस अपशिष्ट प्रबंधन अतिमहत्पूर्ण है, हम सभी को अपने-अपने स्तर पर इस के लिए कार्य करने की जरूरत है। सोर्स सेग्रीगेशन एवं शिक्षण संस्थाओं के वविद्यार्थियों में कूड़े को अलग अलग करने के प्रति जागरूक करने पर बल दिया। मास्टर ट्रेनर आईपी पंत ने कहा कि शहरीकरण बढता जा रहा है, जिससे प्लास्टिक एवं कूडा अधिक हो रहा है, जिसका प्रबंधन एवं रोक अति आवश्यक है।
मास्टर ट्रेनर भरत त्रिपाठी ने कहा कि ठोस अपशिष्ट प्रबंधन रूल-216 के प्रावधानों को समझते हुए शहरी निकायों एवं ग्राम पंचायतों व जिला पंचायतों में इसे लागू करना होगा। सिंगल यूज प्लास्टिक पूर्णत: प्रतिबंध हो गया है, इसके प्रबंधन में सभी निकायो की महत्वपूर्ण भूमिका है, कूडे के सेग्रिगेशन कर संग्रह करना सुनिश्चित करेंगे। कूडा निस्तारण में स्वंय सहायता समूहों को भी सहभागी बनाना होगा। जन जागरूकता करते हुए सभी निकाय घरों से कूडा उठायें व यूजन चार्जर भी वसूले, ताकि सभी निकाय आत्मनिर्भर बन सकें। उन्होंने एनजीटी का हलावा देते हुए कहा कि नदी, नालों, नौलों, जल स्रोतो व तालाबों को प्रदूषण मुक्त रखना है, इसलिए इनके किनारे कतई कूडा न फैका जाए, इस पर विशेष ध्यान दिया जाए। सुेरश अधिकारी द्वारा स्वच्छ सर्वेक्षण की भी जानकारियां दी गयी। निकायों के अधिकारियों द्वारा मास्टर ट्रेनरों के साथ जानकारियां भी साझा की।