अल्मोड़ा ::- राजकीय महाविद्यालय लमगड़ा में शिक्षा शास्त्र विभाग तथा कैरियर काउंसलिंग सेल के संयुक्त तत्वावधान में मंगलवार को एक गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी का प्रमुख विषय था लैंगिक संवेदनशीलता (जेंडर सेंसिटाईजेशन )। कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्वलन तथा पुष्प अर्पित कर किया गया तत्पश्चात बीए प्रथम सेमेस्टर की छात्राओं द्वारा मां सरस्वती की आराधना तथा अतिथियों का स्वागत गीत द्वारा अभिनन्दन किया गया।
कार्यक्रम के संयोजक हेमन्त कुमार बिनवाल, असिस्टेंट प्रो. द्वारा गोष्ठी की रूपरेखा रखी गई। गोष्ठी में आमंत्रित वक्ता के रूप में अजीम प्रेमजी फाउंडेशन अल्मोड़ा के गोकुल फुलारा तथा मोहम्मद मुस्तकीम रहे.
संगोष्ठी के प्रथम सत्र में अल्मोड़ा से आए हुए अजीम प्रेमजी फाउंडेशन की गोकुल फुलारा द्वारा अजीम प्रेमजी यूनिवर्सिटी द्वारा आयोजित किए जाने वाले विभिन्न कोर्सों, स्कॉलरशिप तथा प्रवेश प्रक्रिया के बारे में विस्तार से बताया गया।
संगोष्ठी के द्वितीय सत्र में मोहम्मद मुस्तकीम तथा गोकुल फुलारा द्वारा लैंगिक संवेदीकरण विषय पर अपने विचार रखे। साथ ही छात्र छात्राओं को घर तथा समाज में किए जाने वाले भेदभाव के बारे में भी विस्तार से बात की। विभिन्न छात्र छात्राओं के ग्रुप बनाकर उनमें एक दूसरे के प्रति जानकारी तथा दूसरे लिंग के गुणों को बताने के बारे में कहा गया जिस गतिविधि में छात्र-छात्राओं ने बढ़ चढ़कर भाग लिया।
गोष्ठी की अध्यक्षता कर रही महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ.उषा रानी ने कहा कि वर्तमान में लैंगिक संवेदीकरण अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान रखता है, हमें हमारे समाज तथा घर, परिवारों में हो रहे भेदभाव पर ध्यान देना चाहिए और वर्तमान में महिलाएं प्रत्येक क्षेत्र में अपना मुकाम हासिल कर रही हैं। प्राचार्य डॉ. उषा रानी ने अजीम प्रेमजी फाउंडेशन द्वारा किए जा रहे कार्यों की भी सराहना की कैरियर काउंसलिंग सेल के प्रभारी सिद्धार्थ गौतम द्वारा धन्यवाद ज्ञापन किया गया।
महाविद्यालय की प्राध्यापक डॉ.रेनू जोशी, सिद्धार्थ गौतम, नरेंद्र आर्य, रेनू असगोला, हेम प्रकाश आर्य , तथा बीए महाविद्यालय की छात्रा बंदना अधिकारी, दीपा, अंजली अधिकारी, काजल सिजवाली, गरिमा कनवाल, अंजली टम्टा, हेमा, नेहा कुँवर, कविता साह, मनोज कुमार, ज्योति बडौला, राजेंद्र प्रसाद समेत तमाम छात्र छात्राएं उपस्थित थे।कार्यक्रम का संचालन शिक्षा शास्त्र विभाग के प्राध्यापक हेमन्त कुमार बिनवाल द्वारा किया गया।