बागेश्वर ::- हत्या के आरोपियों को थाना कपकोट पुलिस टीम द्वारा अभियोग पंजीकृत होने के महज 06 घंटे के भीतर किया गिरफ्तार।
26 दिसंबर को थाना कपकोट को रात्रि में डायल 112 पर सूचना प्राप्त हुई की ग्राम नौकुडी़ में दो पक्षों में किसी बात को लेकर विवाद हो गया है। सूचना प्राप्त पर तत्काल कर्मचारी मौके पर घटना स्थल पहुंचे तो वहां पर एक व्यक्ति की मौके पर ही मृत्यु हो गई थी तथा दूसरा व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हुआ था इस दौरान डायल 112 कर्मचारियों द्वारा एचपी ने 2 वाहन से बिना देरी किए उसे तुरंत कपकोट सरकारी अस्पताल में पहुंचाया।
वहीं चंचल सिंह व महेश सिंह पुत्र जोहार सिंह निवासी नौकुडी़ कपकोट के विरुद्ध चाकू से वार कर खुद के पति खुशाल सिंह को गंभीर चोट पहुंचाने व जेठ शंकर सिंह पुत्र मोहन सिंह को चाकू मारकर उसकी हत्या कर देने के संबंध में पंजीकृत कराया गया। थाना पुलिस द्वारा मौके पर जाकर मृतक का पंचायत नामा की कार्यवाही कर शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल बागेश्वर भिजवाया गया व घायल खुशाल सिंह को अस्पताल से हल्द्वानी रेफर किया गया है।
घटना की संवेदनशीलता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक बागेश्वर के निर्देशन में पुलिस उपाधीक्षक कपकोट के पर्यवेक्षण में व थानाध्यक्ष कपकोट प्रताप सिंह नगरकोटी के नेतृत्व में नामजद अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम गठित कर टीम को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए। पुलिस टीम द्वारा अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए त्वरित कार्रवाई करते हुए पतारसी सुरागरसी करते हुए घटना के महज 12 घंटे के भीतर ही घटना में लिप्त अभियुक्त गणों को गिरफ्तार कर उनकी निशानदेही में घटना में प्रयुक्त आला कत्ल एक अदद छुरा (चाकू) घटना कारित करने के बाद अभियुक्त गणों द्वारा घटनास्थल के कुछ दूरी पर खेत में फेंक दिया था को बरामद किया गया।
इस दौरान विवेचना से अभियोग में धारा 324 के स्थान पर 307, 323 ,34 आईपीसी की बढ़ोतरी की गई है।
मृतक शंकर सिंह व घायल खुशाल सिंह उनके चचेरे भाई हैं जिनके मध्य 1 साल पूर्व पैसों के लेनदेन को लेकर आपस में झगड़ा हुआ था इसी बात को लेकर रंजिश चल रही थी तथा आपस में बोलचाल नहीं थी घटना के दिन भी गांव में सार्वजनिक पूजा के दौरान दोनों पक्षों में इसी बात को लेकर विवाद हुआ था तो अभियुक्त गणों द्वारा चाकू से शंकर सिंह और खुशाल सिंह पर वार किए गए जिससे शंकर सिंह की मौके पर ही मौत हो गई और खुशाल सिंह गंभीर रूप से घायल हो गया। घटना के बाद वह गांव से जाकर छुप गए थे जब दिन में उन्हें पता लगा कि शंकर सिंह की मृत्यु हो गई है तो वहां अपने घर से सामान ले जाकर कहीं बाहर भागने की फिराक में थे कि पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया।
इस दौरान पुलिस टीम में थानाध्यक्ष प्रताप सिंह,हेड कांस्टेबल केदार सिंह, हेड कांस्टेबल प्रकाश शर्मा,कांस्टेबल बिरेंद्र गैड़ा,कांस्टेबल जीवन गिरी।