अल्मोड़ा ::- अल्मोड़ा में युवाओं ने कोचिंग संस्थान संचालकों के आह्वाहन पर मंगलवार को यूकेएसएसएससी घोटाले व उत्तराखंड बनने से लेकर आज तक हुए भर्ती घोंटलो की सीबीआई जांच को लेकर विशाल जनाक्रोश रैली निकाली। जिसमे बड़ी संख्या में युवाओं, अभिवावकों व अल्मोड़ा की बुद्धिजीवी जनता ने भाग लिया।
कोचिंग संस्थान के संचालक अजय जोशी ने रैली में प्रतिभाग करने आए युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि दुर्भाग्य है कि उत्तराखंड जैसा छोटा सा राज्य लूटतंत्र का शिकार हो गया है। प्रतियोगी परीक्षाओं में हुए घोंटलो ने युवाओं का व्यवस्था के प्रति विश्वास कम कर दिया है जो कि अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है।
अखिलेश टम्टा ने कहा की जब सरकार से लेकर विपक्ष तक इन घोटालों में संलिप्त हो तो युवाओं सड़कों पर आकर अपने हक हकुक की लड़ाई स्वयं लड़नी पड़ेगी। हुक्मरानों का नैतिक दायित्व है कि प्रतियोगी परीक्षाओं को पूर्ण पारदर्शी बनाकर युवाओं में आत्मविश्वास जगाया जाए।
कमलेश भंडारी ने कहा की युवा में विश्वास बना रहे कि प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने पर पारदर्शिता बनी रहेगी।
युवा के साथ अन्याय किसी हालात में बर्दाश्त नही किया जाएगा। पूरे प्रदेश में UKSSSC घोटाले के खिलाफ जनांदोलन होगा जिसकी शुरुआत अल्मोड़ा से हो गई है।
कहा की राज्य को वैकल्पिक नेतृत्व की आवश्कता है, आज युवाओं का जनसैलाब इस बात का संकेत है कि उत्तराखंड का युवा किसी भी प्रकार के शोषण के विरुद्ध खड़ा हो गया है।
UKSSSC व अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में हुई धांधली को लेकर कुमाऊं से लेकर गढ़वाल के आम जनमानस की पुरजोर माँग है कि उक्त घोटालों की CBI जांच हो। युवाओं की 4 सूत्रीय मांग निम्न रही।
1- उपरोक्त घोटालों की CBI जांच हो।
2- प्रतियोगी परीक्षाओं की तारीख -परिणाम का वर्षवार कैलेंडर जारी न होने के कारण युवा अनिश्चितता में तैयारी करता है, जैसा कि विगत वर्षों में देखा गया है कि एक प्रतियोगी परीक्षा का परिणाम आने में सालों लग जाते है, जिस कारण युवा को आर्थिक-सामजिक-पारिवारिक दबाव का सामना करना पड़ता है, जिससे युवाओं में हताशा का माहौल है, इस अत्यंत गम्भीर समस्या का निराकरण करते हुए प्रतियोगी परीक्षाओं का वर्षवार कैलेंडर जारी किया जाए, ताकि उत्तराखंड का युवा सुनिश्चित होकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर सके।
3-भविष्य में होने वाली परीक्षाओं में UKSSSC जैसे घोटालों से बचने के लिए एक मजबूत, निष्पक्ष निगरानी तंत्र बने, ताकि युवा सुनिश्चित होकर तैयारी कर सकें और यह महसूस करे कि भविष्य की प्रतियोगी परीक्षाएं पूर्ण रूप से पारदर्शी है।
4-UKSSSC व अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में अपनी मेहनत के दम पर चयनित हुए युवाओं को तत्काल प्रभाव से नियुक्ति देकर उनके साथ न्याय किया जाए।
इस दौरान जनांदोलन में अजय जोशी, पंकज रौतेला, मनोज भट्ट, श्याम कनवाल, गोविंद कनवाल, अखिलेश टम्टा, संदीप नयाल, मयंक पंत, विनय किरौला, निरंजन पांडे, मनोज लटवाल, राजेन्द्र लटवाल, विनोद चंद्र तिवारी, मोहन सिंह बिष्ट, राहुल कनवाल, जगदीश राम, कामेश कुमार, गौरव भंडारी, पंकज कनवाल, अभिषेक बनौला, चेतन कांडपाल, अमन बनौला, दिव्या जोशी, पंकज फर्तियाल, दीक्षा सुयाल, गंगा नेगी, गौरव पांडेय, मनीष भाकुनी, गजेंद्र कनवाल, राकेश पिलख्वाल, कमलेश भंडारी, ऋतु बोरा, ज्योति चंद, डॉ. जीसी दुर्गापाल, पूर्व प्रधानाचार्य जीसी जोशी, हितेश, अभिषेक भाटिया, हेम पांडेय, दीपक पंत समेत अन्य युवा मौजूद रहे।